व्यवहार* हमारी सोच पर ही निर्भर होता है, लेकिन सोच भी हमारी *परिस्थिति* *स्थान* और आस पास के *लोग* पर ,,,
इन सबका असर *सोच* पर फिर *व्यवहार* पर होता है,,,
और *व्यवहार* का असर *जीवन* में होता है,,,
जो की हमारे *आज* और *आने वाले कल* को निर्धारित करता है,,,
*लेकिन* ,,,,,,, अपना *व्यवहार* सुधारकर अपना जीवन *सुखद* और *सुंदर* बनाना, केवल और केवल हमारे अपने उपर निर्भर करता है,,,,,,
इस पर किसी का बस नही होता,,,,,,,
तो कृपया अपना और अपने *परिवार का जीवन* सवारने की कोशिश करे,,,, न की *बिगाड़ने* का ,,,,
पहले *व्यवहार* सुधारे और शुरुआत करे,,,,, *जीवन* खुद सवर सुधर जायेगा 🌸🌸🌺🌺
स्वरा